मेरा नाम सुमन सौरभ है और मैं वैनी ग्राम पूसा में रहती हूं। मेरी दिलचस्पी शिक्षा, समाज सेवा, पर्यावरण संबंधित जागरूकता के प्रचार - प्रसार में है। बचपन से ही मेरे घर में ऐसा माहौल रहा है और मेरे माता-पिता मेरे पथ प्रदर्शक रहे। दोनों उदार मना और उदार विचारों के धनी थे। उनके लालन-पालन में व्यक्तित्व का समुचित विकास किया। मैं फिलहाल शोध रथ हूं और लोक संगीत से जुड़े विषय पर काम कर रही हूं। जाहिर है मेरा विषय संगीत है और मैं सर्वोदय महाविद्यालय में संगीत की प्लस टू की शिक्षिका हूं। मासिक धर्म स्त्रियों से जुड़ा एक अभिन्न अंग है, बावजूद इसके सही जानकारी और दिशा - निर्देशन नहीं मिलने के कारण आज भी ग्रामीण परिवेश में स्त्रियां अपने शरीर के प्रति लापरवाह होती हैं क्योंकि मैं समाज सेवा से जुड़ी हूं, अतः मैंने इस ओर विशेष रूप से अपना ध्यान केंद्रित किया। स्कूल के स्कूल के तरफ से प्रशिक्षण प्राप्त किया और इस क्षेत्र में लगातार काम कर रही हूं। जिसका प्रतिफल यह रहा कि जून 2022 में मुझे उत्कृष्ट कार्य हेतु M.H.M. स्टार सम्मान प्रदान किया गया। इसकी महत्ता आप इस बात से ही समझ सकते हैं कि हर जिले से मात्र एक शिक्षिका का चयन हुआ था । साथ ही यह भी जोड़ दूं कि मैंने स्कूल की प्लस टू की छात्राओं को सैनिटरी पैड वितरित किया था। जैसा कि मैंने पहले भी कहा संगीत मेरा विषय है तो हर रविवार मैं अपने गांव के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करती हूं। Pay back to society की परिकल्पना में मेरा अटूट विश्वास है। इसके अलावा प्रत्येक रविवार को बच्चों को खिलाने का पुनीत कार्य किया जाता है। यहां एक टीम वर्क है जिसके प्रति सभी सदस्य गंभीर और जिम्मेदार हैं। पर्यावरण स्वच्छता हेतु पौधरोपण में भी मेरी रुचि है। मेरी कोशिश रहती है कि ग्रामीणों को स्वच्छता की महत्ता को लेकर जागरूक किया जाए । प्रत्येक वर्ष दिसंबर माह में मेरा प्रयास रहता है कि बड़े बुजुर्गों, गरीबों को कंबल, कपड़े,चप्पल मुहैया कराया जाए। छोटे-छोटे नुक्कड़ नाटकों का निर्माण करना भी मुझे पसंद है जिसके जरिए मेरी कोशिश रहती है कि कोई ना कोई संदेश प्रेषित किया जाए। एक और महत्वपूर्ण बात जो अंत में जोड़नी है वह यह कि अभी तक हमारी टीम के जरिए हमने 2 गरीब लड़कियों की शादी की है। टीम तो पहले से ही कई शादियां करा चुकी है। टीम से जुड़ने की प्रेरणा मुझे अपने पिताजी स्वर्गीय श्री टूना साह जी से मिली जिन्होंने अपने रहते 9 शादियां कराएं।